जिस पुरुष की कुंडली में २ या २ से अधिक विवाह के योग होते है उनके लिये अर्क विवाह का प्रयोग अनिवार्य होता है अर्क विवाह में लड़के के विवाह से कुछ दिन पहले उसका विवाह (सूर्य पुत्री) आकड़े के पैड के साथ किया जाता है

कुंभ या घट विवाह —
जिस स्त्री की जन्मकुंडली में २ या २ से अधिक विवाह का योग हो तो उनके लिए कुंभ या घट विवाह का प्रयोग अनिवार्य होता है इस प्रयोग में कन्या के विवाह के कुछ दिन पहले उसका विवाह विधिवत पूजन के साथ पीपल के पेड़ के साथ या भगवान विष्णु की मूर्ति के साथ किया जाता है
इस तरह के प्रयोग से जातक की जन्मकुंडली में जो २ या अधिक विवाह के योग होते है उसका निवारण होता है
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